राजस्थान में बोले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल,प्रदेश के चौमुखी विकास के लिए डबल इंजन की सरकार बनाएं।
उदयपुर (पुकार)। राजस्थान प्रदेश के बारे में कहीं भी चर्चा होती हैं तो सुनने में यही आता है महिला सुरक्षा, नारी उत्पीड़न, पेपरलीक या फिर गहलोत पायलट की कुर्सी की आपस की लड़ाई… पूरे 5 वर्ष गहलोत सरकार ने इसी में बिता दिए। आज देश मोदी के नेतृत्व में कहां से कहां पहुंच गया किसी भी क्षेत्र में हो चाहे अर्थव्यवस्था हो या जनकल्याणकारी योजना को जन-जन तक पहुंचाने की बात हो या भारत का स्वाभिमान पूरी विश्व में बढ़ाने की बात जहां पर भी डबल इंजन की सरकार होती है और प्रदेश की सरकार केंद्र के सहयोग के साथ काम करती है तो प्रदेश के चौमुखी विकास का मार्ग प्रशस्त होता है, तो आमजन को भी योजनाओ का पूरी तरह से लाभ प्राप्त होता है आज राजस्थान की आर्थिक हालात देखें तो पूरी तरह से नष्ट भ्रष्ट हो गई है। भारतीय जनता पार्टी मीडिया सेंटर पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपालकृष्ण अग्रवाल ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बताया की राजस्थान सरकार का कुल खर्चा 297000 करोड़ है उसमें भी 93766 करोड़ का कर्ज लेकर बजट बनाया गया, सरकार कि कुल आय का 56 प्रतिशत स्थाई खर्चा है जबकि 44 प्रतिशत आम जनता के लिए जनहित कार्यों एवं आर्थिक विकास के लिए उपलब्ध रहता है इसी से अनुमान लगा ले वर्षों में क्या विकास किया होगा। गहलोत सरकार ने 5 अग्रवाल ने बताया कि इस प्रकार दिवालिया घोषित करने का भारतीय संविधान में कोई प्रावधान नहीं है, अगर इस प्रकार का प्रावधान होता तो पंजाब और राजस्थान की सरकार कभी की दिवालिया घोषित हो चुकी होती, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गारंटी दी जाती है उसके लिए उनके पास आर्थिक संसाधनों का पहले ही बजट में व्यवस्था होती, उन्होंने राजस्थान सरकार को बताया कि यह सरकार विगत वर्षों में अपनी कुर्सी बचाने में ही लगी रही गहलोत एवं पायलट का झगडा जग जाहिर, राजस्थान की कांग्रेस की सरकार हमेशा अव्वल रही महिला उत्पीड़न, खनन भ्रष्टाचार, पेपर लीक, लचर कानून व्यवस्था एवं तुष्टिकरण की नीति में, इसके अलावा राज्य सरकार की कोई उपलब्धि जनता को नहीं दिखाई देती है, इसलिए वह मीडिया के माध्यम से उदयपुर एवं प्रदेश की जनता का आह्वान करते हैं कि 25 नवंबर को होने वाले चुनाव में भाजपा को मत एवं समर्थन देकर राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाएं।