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बढ़ती उम्र में जोड़ों के दर्द में सही डाइट और व्यायाम दिलाएगा बड़ी राहत। बढ़ती उम्र में घुटनों, पीठ और हड्डियों में होने वाली आम समस्याओं पर विशेषज्ञ की सलाह

बढ़ती उम्र में जोड़ों के दर्द में सही डाइट और व्यायाम दिलाएगा बड़ी राहत

बढ़ती उम्र में घुटनों, पीठ और हड्डियों में होने वाली आम समस्याओं पर विशेषज्ञ की सलाह

यथार्थ हॉस्पिटल नोएडा ने सीनियर सिटीजंस के साथ की हेल्थ टॉक

नोएडा।सर्दियां शुरू होते ही हड्डियों और जोड़ों का दर्द परेशान करने लगता है। खासतौर से बुजुर्गों के लिए ठंड मुश्किल भरी होती है, अक्सर लोग इसे तब तक नजरअंदाज करते हैं जब तक यह दर्द हमारी दिनचर्या को प्रभावित नहीं करता। उम्रदराज लोगों का यही रवैया कई बार उन्हें बड़ी परेशानी में डाल देता है। ऐसी ही हड्डियों और जोड़ों के दर्द से संबंधित विभिन्न जानकारी यथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, सेक्टर-110, नोएडा में जसौला विहार सीनियर सिटिज़न ग्रुप के साथ आयोजित हेल्थ टॉक में साझा की गई। इस इन-हाउस स्वास्थ्य परामर्श एवं जागरूकता कार्यक्रम में बढ़ती उम्र में हड्डियों और जोड़ों से जुड़ी आम परेशानियों पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यक्र में बड़ी संख्या में सीनियर सिटीजंस ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर ऑर्थोपेडिक एवं जोड़ विशेषज्ञ डॉ. दीपक ठाकुर ने हड्डियों और जोड़ों को स्वस्थ रखने के लिए उपयोगी और सरल जानकारी साझा की।डॉ. ठाकुर ने बताया कि बढ़ती उम्र में कई समस्याएं धीमे-धीमे बढ़ती रहती हैं और अगर शुरुआती संकेतों पर ध्यान दिया जाए तो काफी जटिलताओं से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा, “सबसे आम समस्या ऑस्टियोआर्थराइटिस है, जिसमें घुटनों में दर्द, सीढ़ियां चढ़ने में दिक्कत और चलने के बाद भारीपन महसूस होता है। कई लोग दर्द को सहते रहते हैं, जबकि समय पर इलाज से काफी राहत मिल सकती है।” उन्होंने यह भी बताया कि ऑस्टियोपोरोसिस एक बड़ी चिंता है और अक्सर गिरने के बाद एक्स-रे में पता चलता है कि हड्डियां काफी कमजोर हो चुकी हैं।रीढ़ की समस्याओं पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि डिस्क की ऊंचाई कम होने से पीठ और गर्दन में दर्द, पैरों में खिंचाव, झुनझुनी और सुन्नपन जैसे लक्षण दिखते हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा, “सुबह की अकड़न, मौसम बदलने पर जकड़न, हाथ-पैर सुन्न होना या चलने में हल्का असंतुलन आदि को उम्र का ‘सामान्य हिस्सा’ मानकर अनदेखा नहीं करना चाहिए। ऐसे लक्षण लगातार बने रहें तो डॉक्टर से ज़रूर सलाह लें।”मेनोपॉज के बाद महिलाओं में हड्डियों के कमजोर होने की संभावना ज्यादा होने पर उन्होंने कहा कि 40 वर्ष से ऊपर की महिलाओं को नियमित रूप से बोन डेंसिटी जांच करानी चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि स्वस्थ हड्डियों के लिए संतुलित आहार, कैल्शियम, विटामिन-D का सेवन, रोजाना पैदल चलना, हल्का व्यायाम और घर में सुरक्षा के छोटे उपाय अपनाना बेहद जरूरी है। सर्दियों में बढ़ती जकड़न को दूर करने के लिए गर्म कपड़े, स्ट्रेचिंग और सुबह की धूप में हल्का व्यायाम काफी मददगार हो सकता है।

कार्यक्रम में उपस्थित डॉ. मंजू त्यागी, डायरेक्टर, इंटरनल मेडिसिन ने कहा, “यथार्थ हॉस्पिटल, नोयडा वरिष्ठ नागरिकों के लिए हर समय उपलब्ध है। मुश्किल समय में हमारी टीम त्वरित और भरोसेमंद देखभाल प्रदान करने के लिए पूरी तरह सक्षम है। आधुनिक तकनीक और विशेषज्ञता के साथ हम बुज़ुर्गों की जरूरतों को प्राथमिकता देते हैं।”हॉस्पिटल की सीईओ डॉ. गौतमी ने वरिष्ठ महिला सदस्यों का स्वागत किया और कहा, “वरिष्ठ नागरिक हमारे समाज की मूल्यवान विरासत हैं। उनकी सुरक्षा, सुविधा और गरिमा हमारी पहली प्राथमिकता है। हम अस्पताल में उपलब्ध एडवांस सुविधाओं और सहयोग सेवाओं के माध्यम से उन्हें हर समय सुरक्षित और सहज अनुभव देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

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