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गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में डिजिटल स्थिरता पर विशेषज्ञ व्याख्यान श्रृंखला “प्लैनेट पल्स” का हुआ आग़ाज़

गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में डिजिटल स्थिरता पर विशेषज्ञ व्याख्यान श्रृंखला “प्लैनेट पल्स” का हुआ आग़ाज़

ग्रेटर नोएडा। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) के स्कूल ऑफ़ वोकेशनल स्टडीज़ एंड एप्लाइड साइंसेज़ के पर्यावरण विज्ञान विभाग ने अपनी मासिक विशेषज्ञ व्याख्यान श्रृंखला “प्लैनेट पल्स” की शुरुआत अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में प्रभावशाली ढंग से की। उद्घाटन सत्र में विशाल शुक्ला, डायरेक्टर ( एल टी आई माइंडट्री) एवं प्रोडक्ट आर्किटेक्ट (एचबीएस , यूएसए ), ने “डिजिटल स्थिरता: कैसे ए आई और डेटा एक हरित भविष्य का निर्माण कर रहे हैं” विषय पर अपना विचार प्रस्तुत किया।शुक्ला ने ए आई , एडवांस्ड डेटा एनालिटिक्स और डिजिटल इकोसिस्टम के माध्यम से स्थिरता के वैश्विक प्रयासों में आ रहे बदलावों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि ए आई -संचालित प्लेटफ़ॉर्म किस प्रकार पर्यावरणीय शिक्षा, हरित कैंपस निर्माण और पर्यावरण निगरानी को अधिक प्रभावी और डेटा-आधारित बना रहे हैं। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय माननीय कुलपति प्रो. राणा प्रताप सिंह, ने अपने संबोधन में कहा “‘जिम्मेदार नागरिकता और पर्यावरण चेतना” को बढ़ावा देने वाली दूरदर्शी पहल बताया। उन्होंने डिजिटल उपकरणों और तकनीक के माध्यम से कचरा प्रबंधन सहित कई पर्यावरणीय चुनौतियों के समाधान की आवश्यकता पर जोर दिया। अपने संबोधन में प्रो. चंदर कुमार सिंह अधिष्ठाता (एस ओ वी एस ए एस ) ने विश्वविद्यालय परिसर में “प्रत्येक पौधे के जियो-टैगिंग” की महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की, जो दीर्घकालिक पारिस्थितिक निगरानी और प्रजाति-आधारित शोध को नई दिशा देगी।इस कार्यक्रम में प्रो. राजीव वार्ष्णेय, अधिष्ठाता (अकादमिक्स) और डॉ. भास्वती बनर्जी, विभागाध्यक्ष, पर्यावरण विज्ञान, विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहे। सत्र में विभिन्न विभागों के फैकल्टी, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। विचार-विमर्श ने डिजिटल स्थिरता की वर्तमान प्रासंगिकता और शिक्षण, अनुसंधान व समाज पर इसके दूरगामी प्रभावों को उजागर किया। अंतर्विषयक विषयवस्तु के कारण यह व्याख्यान विभिन्न पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित हुआ।

“प्लैनेट पल्स” का यह पहला सत्र भविष्य की श्रृंखला के लिए प्रेरणादायक आधार बना, जिसने जीबीयू की स्थिरता, नवाचार और शैक्षणिक उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत किया।कार्यक्रम के सफल आयोजन में सहयोग के लिए विभाग ने एनएसएस इकाई का विशेष आभार व्यक्त किया।

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