यमुना एक्सप्रेसवे पर मिंडा कॉर्पोरेशन ने बढ़ाया निवेश कदम, सेक्टर-10 में मिले 23 एकड़—₹522 करोड़ से लगेगा बड़ा प्लांट, लाखों यूनिट्स का उत्पादन
यमुना एक्सप्रेसवे पर मिंडा कॉर्पोरेशन ने बढ़ाया निवेश कदम, सेक्टर-10 में मिले 23 एकड़—₹522 करोड़ से लगेगा बड़ा प्लांट, लाखों यूनिट्स का उत्पादन

ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने औद्योगिक विस्तार की दिशा में आज एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए मेसर्स मिंडा कॉर्पोरेशन लिमिटेड को सेक्टर-10 में 23 एकड़ भूमि आवंटित कर दी। आवंटन पत्र मुख्य कार्यपालक अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कंपनी के कार्यकारी निदेशक आकाश मिंडा को सौंपा।
इस अवसर पर मिंडा ग्रुप के हेड कॉर्पोरेट अफेयर्स अमित जालान, प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह तथा विशेष कार्याधिकारी शैलेंद्र भाटिया भी मौजूद रहे।प्राधिकरण के अनुसार, प्रदेश सरकार की इन्वेस्टमेंट प्रमोशन पॉलिसी के अंतर्गत Fortune 500 Hundred में शामिल होने के कारण कंपनी को सब्सिडरी लाभ भी प्रदान किया गया है। नई परियोजना के तहत मिंडा कॉर्पोरेशन करीब 48 लाख यूनिट्स वायरिंग हार्नेस एवं अन्य कनेक्शन सिस्टम का वार्षिक उत्पादन करेगी। कंपनी यहां ₹522.279 करोड़ का निवेश करने जा रही है, जिससे क्षेत्र में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष दोनों स्तरों पर रोजगार के बड़े अवसर निर्मित होंगे।मिंडा कॉर्पोरेशन (स्पार्क मिंडा ग्रुप) का वैश्विक नेटवर्क बेहद मजबूत है। कंपनी के भारत, वियतनाम, इटली, जापान और इंडोनेशिया में कुल 27 प्रोडक्शन यूनिट्स सक्रिय हैं। मिंडा ग्रुप मेकाट्रॉनिक्स, इंफॉर्मेशन एंड कनेक्टेड सिस्टम्स, प्लास्टिक एंड इंटीरियर्स, आफ्टरमार्केट प्रोडक्ट्स एवं इलेक्ट्रिक व्हीकल इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे सेक्टर्स में अपने उत्पाद उपलब्ध करा रहा है।कंपनी के आर एंड डी सेंटर पुणे व बैंगलोर में संचालित हैं, जहां नई तकनीकों पर निरंतर कार्य चल रहा है।औद्योगिक निवेश के इस फैसले को प्रदेश की औद्योगिक प्रगति में एक नई ऊर्जा के रूप में देखा जा रहा है। भविष्य में उत्पादन की शुरुआत के साथ यह परियोजना रोजगार, विनिर्माण और एक्सपोर्ट—तीनों क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रभाव छोड़ने की क्षमता रखती है।



