देशभर के छात्र 8 दिसम्बर से पांच दिनों तक विभिन्न मंत्रालयों की चुनौतियों के समाधान पर करेगें काम
देशभर के छात्र 8 दिसम्बर से पांच दिनों तक विभिन्न मंत्रालयों की चुनौतियों के समाधान पर करेगें काम

ग्रेटर नोएडा। स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन एसआईएच 2025 के ग्रैंड फिनाले (हार्डवेयर संस्करण) की मेजबानी गलगोटिया विश्वविद्यालय करेगा। वर्ष 2017 में भारत के प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई इस राष्ट्रीय नवाचार पहल ने आज तक लाखों युवाओं को सरकार की वास्तविक समस्याओं से जोड़कर “इनोवेटिव भारत” की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। गलगोटिया विश्वविद्यालय को एक प्रमुख नोडल सेंटर के रूप में चयनित किया गया, जहाँ विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों द्वारा प्रस्तुत समस्याओं को हल करने के लिए विद्यार्थी पांच दिनों तक लगातार काम करेंगें।विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार, गलगोटिया विश्वविद्यालय ने हमेशा से सस्टेनेबिलिटी, रिसर्च और इनोवेशन पर विशेष ध्यान दिया है और हैकाथान जैसा राष्ट्रीय आयोजन इस प्रतिबद्धता को और अधिक मजबूत करता है। विश्वविद्यालय के चांसलर सुनील गलगोटिया ने कहा कि “युवा दिमाग जब सरकार की वास्तविक समस्याओं पर काम करते हैं, तभी तकनीक समाज की मुख्य धारा में उतरती है। एसआईएच 2025 इस दिशा में एक ऐतिहासिक अवसर है। ”गलगोटिया विश्वविद्यालय में आयोजित यह आयोजन न सिर्फ छात्रों के लिए बल्कि नीति-निर्माण और टेक्नोलॉजी आधारित विकास के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।हैकाथॉन के हार्डवेयर संस्करण में आयुष मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालय और सामाजिक कल्याण मंत्रालय की समस्याओं का समाधान गलगोटिया में देश भर से आये छात्र करने वाले हैं। गौरतलब है कि सामाजिक कल्याण मंत्रालय की दो समस्याओं और शिक्षा मंत्रालय और आयुष मंत्रालय की एक समस्या का समाधान किया जायेगा। हैकाथॉन के लिए तमिलनाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्रपदेश, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, और दिल्ली सहित कई राज्यों से टीमें गलगोटिया विश्वविद्यालय पहुंचेगी। 120 प्रतिभागियों में 77 पुरूष और 43 महिला विद्यार्थियों और 25 मेंटर्स पूरे देश से पांच दिन के लिये इस महा आयोजन में भाग लेने वाले हैं।



