शारदा अस्पताल में मनाया गया विश्व हृदय दिवस , लोगों को जागरूक करने के लिए हुए विभिन्न कार्यक्रम
शारदा अस्पताल में मनाया गया विश्व हृदय दिवस , लोगों को जागरूक करने के लिए हुए विभिन्न कार्यक्रम
ग्रेटर नोएडा। ग्रेनो के नॉलेज पार्क स्थित शारदा अस्पताल में स्कूल ऑफ नर्सिंग साइंस एंड रिसर्च ने विश्व हृदय दिवस मनाया गया। हृदय स्वास्थ्य की रक्षा, पोषण और प्राथमिकता देने के सामूहिक प्रयासों को प्रोत्साहन मिलता है। जागरूकता वार्ता, स्वास्थ्य जांच, फिटनेस सत्र, पोस्टर प्रतियोगिताएं और सामुदायिक आउटरीच अभियान जैसी गतिविधियां लोगों को अपने हृदय स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित करने और हृदय रोगों के वैश्विक बोझ को कम करने के लिए आयोजित की गई। शारदा स्कूल ऑफ नर्सिंग साइंस एंड रिसर्च के मेडिकल सर्जिकल नर्सिंग विभाग की एचओडी किरण शर्मा बताया कि इस बार विश्व हृदय दिवस का विषय एक भी पल न चूकें है। यह विषय हृदय रोगों के कारण होने वाली अपरिहार्य मौतों को रोकने के लिए समय पर कार्रवाई के महत्व पर प्रकाश डालता है, जिसके कारण अक्सर लोग अपने प्रियजनों के साथ बिताए अनमोल पल गंवा देते है। यह निवारक देखभाल तक पहुँच में सुधार, शीघ्र पहचान, शीघ्र उपचार और संतुलित पोषण, शारीरिक गतिविधि, तनाव प्रबंधन और तंबाकू एवं शराब से परहेज जैसी जीवनशैली में बदलाव लाने का आह्वान करता है। हार्ट अटैक की स्थिति में गोल्डन टाइम बहुत महत्वपूर्ण है। ये दिल का दौरा पड़ने के बाद के पहले 60 मिनट होते हैं, जिसमें तत्काल चिकित्सा सहायता प्राप्त करना सबसे महत्वपूर्ण होता है। हार्ट अटैक-कार्डियक अरेस्ट की स्थिति में लक्षणों की समय पर पहचान कर सीपीआर देने से जान बचने की संभावना 60-70 फीसदी तक बढ़ जाती है। सीपीआर के साथ समय रहते रोगी को आपातकालीन चिकित्सा प्रदान करना भी आवश्यक है। हृदय रोगों के लिए धूम्रपान या शराब के सेवन, व्यायाम की कमी जैसे कारकों को जिम्मेदार माना जाता रहा है, हालांकि तनाव के कारण इसके खतरे पर अक्सर लोगों का ध्यान नहीं जाता है। अनियमित जीवनशैली और बढ़ते तनाव के कारण विदेशों की तुलना में भारत में हृदय रोगों का खतरा काफी अधिक देखा जा रहा है।जीवनशैली में बदलाव, पौष्टिक खान-पान और बढ़ते तनाव के स्तर को नियंत्रित रखने वाले उपाय करके आप इस खतरनाक रोग से बचाव कर सकते हैं।