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एचआईएमटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स में आयोजित प्रबंधन, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अंतःविषयक अनुसंधान और नवाचार पर पहला अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन

एचआईएमटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स में आयोजित प्रबंधन, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अंतःविषयक अनुसंधान और नवाचार पर पहला अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन

ग्रेटर नोएडा। एचआईएमटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स में आयोजित “प्रबंधन, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अंतःविषयक अनुसंधान और नवाचार पर पहला अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन” के प्रथम दिवस का उद्घाटन समारोह गरिमामयी वातावरण में सम्पन्न हुआ।मुख्य अतिथि मोहम्मद अली फ़ज़ारी, डेप्युटी हेड ऑफ मिशन – एम्बेसी ऑफ द रिपब्लिक ऑफ सूडान ने अपने विचार व्यक्त किए और शोध एवं नवाचार को वैश्विक विकास का आधार बताया।कार्यक्रम के Guest of Honour डॉ. राजदेव तिवारी, हेड- एआई/एमएल (अनुसंधान एवं विकास), टेनएक्सओ एवं जनरल मैनेजर, सीईईकेएच एडुनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (टीएनएस नोएडा उद्यम), साइबर सुरक्षा में ISC2 प्रमाणित ने अपने संबोधन में तकनीकी प्रगति की आवश्यकता पर बल दिया और प्रतिभागियों को डिजिटल युग की चुनौतियों एवं अवसरों से अवगत कराया। सम्मेलन के मुख्य संरक्षक एवं एचआईएमटी ग्रुप के चेयरमैन हेम सिंह बंसल ने अपने आशीर्वचन प्रदान करते हुए कहा कि शिक्षा और अनुसंधान का संगम ही समाज को प्रगतिशील दिशा दे सकता है।अध्यक्षीय उद्बोधन सम्मेलन के चेयर एवं एचआईएमटी ग्रुप के ग्रुप डायरेक्टर प्रो.(डॉ.) सुधीर कुमार ने प्रस्तुत किया। अपने संबोधन में उन्होंने अंतःविषयक अनुसंधान और इसके लाभों पर जोर दिया।सम्मेलन के संयोजक प्रो.(डॉ.) पंकज कुमार ने स्वागत भाषण दिया।कार्यक्रम का वोट ऑफ थैंक्स सम्मेलन के सह-संयोजक एवं एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. विक्रांत चौधरी ने दिया।दिवस का संक्षेप सम्मेलन के सह-संयोजक प्रो. नरेंद्र उपाध्याय द्वारा प्रस्तुत किया गया।प्रथम दिवस के मुख्य अंतरराष्ट्रीय वक्ता डॉ. शेख फत्ताह, प्रोफेसर, डिपार्टमेंट ऑफ EEE, BUET, बांग्लादेश एवं डॉ. दिव्यंकर अग्रवाल, यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड अप्लाइड साइंसेज़, ओमान रहे। मुख्य वक्ता नेहा टंडन ने कहा कि विश्व का कोई भी देश अनुसंधान के महत्व पर ध्यान दिए बिना सफल नहीं हो सकता है और यह समग्र रूप से समाज के उत्थान के लिए होना चाहिए। सभी ने अपने-अपने विशिष्ट व्याख्यानों के माध्यम से प्रतिभागियों को नवीन दृष्टिकोण और शोध की महत्ता से अवगत कराया। सम्मेलन के पहले दिन की यह गरिमामयी शुरुआत प्रतिभागियों और विद्वानों के लिए प्रेरणादायी रही और आगामी सत्रों के लिए एक नई ऊर्जा प्रदान की।अनिल कुमार बंसल, एचआईएमटी समूह के सचिव,  अनमोल बंसल, एचआईएमटी समूह के संयुक्त सचिव, डॉ. मनोरमा , प्राचार्या-एजुकेशन, डॉ दिनेश कुमार, एचओडी बायोटेक्नोलॉजी विभाग, कविता चौधरी प्रशासनिक अधिकारी और सभी संकाय सदस्यों ने अपनी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई।

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