लॉयड इंस्टिट्यूट में नए सत्र की शानदार शुरुआत, भविष्य के लीडर्स को मिला सफलता का मंत्र
लॉयड इंस्टिट्यूट में नए सत्र की शानदार शुरुआत, भविष्य के लीडर्स को मिला सफलता का मंत्र
ग्रेटर नोएडा ।लॉयड इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, नॉलेज पार्क, ग्रेटर नोएडा में आज बी.टेक प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए एक प्रेरणादायक ओरिएंटेशन कार्यक्रम “Connecting Dots: Journey Beyond” का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नए छात्रों को न केवल संस्थान से परिचित कराना था, बल्कि उन्हें आने वाले चार वर्षों की यात्रा के लिए मानसिक रूप से तैयार करना भी था। कार्यक्रम की शुरुआत संस्थान के अध्यक्ष मनोहर थहरानी एवं वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. राजीव अग्रवाल द्वारा अतिथियों के स्वागत एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुई। प्रोफेसर राजीव अग्रवाल ने कहा कि लॉयड का लक्ष्य ऐसे विद्यार्थियों को तैयार करना है जो आधुनिक उद्योग जगत की आवश्यकताओं को पूरा कर सकें और तकनीकी के साथ-साथ व्यावसायिक दृष्टिकोण से भी सक्षम हों। इस अवसर पर देश के विभिन्न प्रतिष्ठित क्षेत्रों से आए गणमान्य अतिथियों ने छात्रों को प्रेरणास्पद संदेश दिए। आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर एस. जी. देशमुख ने व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज की पीढ़ी, जिसे हम Gen Z कहते हैं, वह नई सोच और नवीन दृष्टिकोण की धनी है। उन्होंने छात्रों को भारत की आधुनिक संरचना का आधार बताते हुए उन्हें अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित किया। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के प्रिंसिपल कंसल्टेंट श्री अरुण जैन ने कहा कि असफलताएँ जीवन का हिस्सा हैं और उनसे मिलने वाला अनुभव ही आगे बढ़ने का मार्ग दिखाता है। उन्होंने छात्रों को आलोचनात्मक सोच (Critical Thinking) को विकसित करने पर विशेष बल दिया। फाइजरव के वाइस प्रेसिडेंट श्री वेद आर्य ने छात्रों को अपनी स्वयं की विशेषता (USP) पहचानने और उसे निखारने की सलाह दी। वहीं उद्यमी श्री सरबजीत सिंह ने छात्रों में उद्यमिता की भावना को प्रज्वलित करते हुए कहा कि सपनों को साकार करने के लिए जोखिम उठाना जरूरी है और यही एक सफल उद्यमी की पहचान है।
कार्यक्रम के अंत में पियूष गर्ग द्वारा सभी वक्ताओं, अतिथियों, शिक्षकों और छात्रों का धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। इस ओरिएंटेशन कार्यक्रम में 800 से अधिक छात्रों एवं शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए डॉ. ए.एल.एन. राव, डॉ. काकोली राव, तन्वी मंगल, डॉ. विजय यादव, आशीष परमार सहित अन्य गणमान्य शिक्षाविदों की उपस्थिति भी उल्लेखनीय रही।”Connecting Dots: Journey Beyond” न केवल छात्रों के लिए एक औपचारिक आरंभ था, बल्कि यह उनके आत्मविकास, सोच और दृष्टिकोण को एक नई दिशा देने वाला अनुभव भी बना। इस कार्यक्रम ने छात्रों को यह संदेश दिया कि अब वे केवल पढ़ाई नहीं, बल्कि जीवन निर्माण की दिशा में एक नई यात्रा पर निकल पड़े हैं – जहां उनके सपनों को उड़ान मिलेगी, विचारों को आकार मिलेगा और उनका भविष्य स्वर्णिम बनेगा।