1857 की क्रांति के बलिदानियों को समर्पित किया जाए बोड़ाकी रेलवे जंक्शन, राजा राव उमराव सिंह के नाम पर रखा जाए जंक्शन का नाम:- जय हो संस्था । जय हो एक सामाजिक संस्था के पदाधिकारियों ने सांसद डॉ. महेश शर्मा को सौंपा मांग पत्र
1857 की क्रांति के बलिदानियों को समर्पित किया जाए बोड़ाकी रेलवे जंक्शन, राजा राव उमराव सिंह के नाम पर रखा जाए जंक्शन का नाम:- जय हो संस्था
जय हो एक सामाजिक संस्था के पदाधिकारियों ने सांसद डॉ. महेश शर्मा को सौंपा मांग पत्र
सांसद ने जल्द ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर संस्था की मांग पर हर संभव सहयोग का दिया भरोसा
सांसद ने कहा कि जल्द ही मैं स्वयं दादरी पहुंचकर 1857 की क्रांति के प्रतीक शहीद स्तंभ को करूंगा नमन और स्मारक का निरीक्षण
ग्रेटर नोएडा। “जय हो” एक सामाजिक संस्था ने बोड़ाकी में बन रहे रेलवे जंक्शन का नाम 1857 की क्रांति के नायक रहे राजा राव उमराव सिंह के नाम पर रखने की मांग की है। संस्था का कहना है कि प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के दौरान दादरी क्षेत्र के 84 रणबांकुरों को अंग्रेजों के द्वारा बुलंदशहर के काला आम पर फांसी की सजा दी गई थी। आज क्षेत्र में बन रहे दिल्ली-एनसीआर के सबसे बड़े रेलवे जंक्शन बोड़ाकी को क्षेत्र के उन्हीं बलिदानियों को समर्पित किया जाए। जिसे लेकर जय हो संस्था के सदस्यों ने शनिवार देर रात को पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद डॉ. महेश शर्मा से मिलकर अपनी मांगों का एक ज्ञापन सौंपा। जिसपर सांसद ने जल्द ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मिलकर मांग को पूरा कराने में हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया।
जय हो एक सामाजिक संस्था के अध्यक्ष दिनेश भाटी एडवोकेट ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर संस्था द्वारा ऐतिहासिक प्रेरणा यात्रा आयोजित की गई थी। जिसकी सफलता पर क्षेत्रीय सांसद डॉ. महेश शर्मा के द्वारा संस्था के सभी सदस्यों को अपने कार्यालय में आमंत्रित किया गया था। जहां सांसद ने संस्था के सभी कार्यकर्ताओं को अपने हाथ से मिठाई खिलाकर प्रेरणा यात्रा की सफलता के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की और भविष्य में भी इस प्रकार के देश भक्ति कार्यक्रम करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।इस अवसर पर जय हो एक सामाजिक संस्था की ओर से सांसद को अपनी मांगों का एक ज्ञापन भी सौंपा गया। जिसे लेकर जय हो के संस्थापक संयोजक कपिल शर्मा एडवोकेट ने बताया कि देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के दौरान 1857 की क्रांति में दादरी क्षेत्र का बड़ा योगदान रहा है। क्षेत्र के कटहेरा गांव निवासी राजा राव उमराव सिंह को गदर का नेता चुना गया था। जिनके नेतृत्व में दादरी क्षेत्र के रणबांकुरों ने अंग्रेज सरकार को दांतों चने चबाने को मजबूर कर दिया था। जिसके फलस्वरूप अंग्रेजी सरकार ने राजा राव उमराव सिंह समेत दादरी क्षेत्र के 84 क्रांतिकारियों को बुलंदशहर के काला आम पर फांसी की सजा दी गई थी। उन्होंने बताया कि आज उन्हीं क्रांतिकारियों की भूमि कटहेरा, बोड़ाकी, पल्ला, रामगढ़ आदि की भूमि पर दिल्ली एनसीआर का सबसे बड़ा रेलवे जंक्शन बोड़ाकी बनाया जा रहा है। ऐसे में क्षेत्र के उन सभी रणबांकुरों को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए इस रेलवे जंक्शन का नाम राजा राव उमराव सिंह के नाम पर रखा जाना चाहिए। इसी के साथ इस पूरे स्टेशन को 1857 की क्रांति में शहीद हुए क्षेत्र के बलिदानियों के नाम समर्पित किया जाना चाहिए। इस अवसर पर सांसद डा. महेश शर्मा ने संस्था की मांग पर अपनी सहमति जताई और जल्द ही इस पुण्य पुनीत कार्य के लिए रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात करने का भरोसा दिलाया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि वो स्वंय जल्द ही दादरी तहसील परिसर में बने शहीद स्मारक का निरीक्षण करेंगे और शहीद स्तंभ को नमन भी करेंगे। जिसके निरीक्षण के बाद उसके भी जीणोद्धार की योजना बनाई जाएगी। इस अवसर पर संस्था के संरक्षक सुधीर वत्स, कपिल चौधरी, रविंद्र रौसा, संयोजक संदीप भाटी, महासचिव परमानंद कौशिक, सुनील कश्यप, दीपक शर्मा एडवोकेट, सुरजीत विकल, विवेक रावल, सचिन शर्मा, पांचादित्य शर्मा, यश दीक्षित आदि लोग मौजूद थे।