एनपीसीएल-GIMS का संयुक्त प्रयास: गांव-गांव पहुंचेगी स्वास्थ्य सेवा । ग्रेटर नोएडा के 20 गाँवों में लगेगा मेगा हेल्थ कैंप । ग्रामीणों को मिलेगी निःशुल्क स्वास्थ्य जांच, दंत उपचार और चश्मे
एनपीसीएल-GIMS का संयुक्त प्रयास: गांव-गांव पहुंचेगी स्वास्थ्य सेवा
ग्रेटर नोएडा के 20 गाँवों में लगेगा मेगा हेल्थ कैंप
ग्रामीणों को मिलेगी निःशुल्क स्वास्थ्य जांच, दंत उपचार और चश्मे
ग्रेटर नोएडा।नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड (एनपीसीएल) ने अपने सीएसआर कार्यक्रम “प्रोजेक्ट संकल्प” के तहत ग्रामीण इलाकों में लोगों की सुविधा के लिए मेगा हेल्थ कैंप का आयोजन किया है। एनपीसीएल की इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण समुदायों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और गुणवत्ता को बेहतर बनाना है। एनपीसीएल की ओर से चलाया जा रहा ये मेगा हेल्थ कैंप… ग्रेटर नोएडा स्थित गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (GIMS) के सहयोग से किया जा रहा है।इस अभियान की शुरूआत ग्रेटर नोएडा के इमलियाका गांव से हुई। एनपीसीएल की सीएसआर टीम ने GIMS के डॉक्टरों और स्टाफ के साथ मिलकर एनपीसीएल दफ्तर से मेडिकल वैन को हरी झंडी दिखाकर इस स्वास्थ्य सेवा अभियान का शुभारंभ किया। एनपीसीएल की ओर से चलाए जा रहे मेगा हेल्थ कैंप में कुल 20 गांवों को शामिल किया जाएगा। इमलियाका गांव के अलावा इस मेगा हेल्थ कैंप का आयोजन वेदपुरा, भोला रावल, खोदना खुर्द, खेड़ी, खोदना काकरेट, खेरपुर गुज्जर, सुनपुरा, सैनी, खोदना कला, कैलाशपुर, कनारसी, चचुला, जुनैदपुर, नवादा, गिरधरपुर, दलेलगढ़, बागपुर, बुलंदखेड़ा और तालड़ा गांव में किया जाएगा।
इस मेगा हेल्थ कैंप में GIMS अस्पताल की विशेषज्ञ मेडिकल टीम मौजूद रहेगी, जिसमें चिकित्सक, नेत्र विशेषज्ञ, दंत चिकित्सक और अन्य स्वास्थ्यकर्मी शामिल रहेंगे। शिविर का मुख्य जोर सामान्य चिकित्सा जांच, दृष्टि संबंधी रोगों की पहचान और दंत स्वास्थ्य पर रहेगा। प्राथमिक जांच के बाद जिन मरीजों को उन्नत जांच या विशेष उपचार की जरूरत होगी उनके लिए एनपीसीएल और GIMS द्वारा नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर रेफरल की व्यवस्था की जाएगी। दृष्टिदोष से पीड़ित लोगों को विस्तृत परामर्श और जांच के बाद एनपीसीएल की ओर से नि:शुल्क चश्मे उपलब्ध कराए जाएंगे, वहीं दंत समस्याओं से प्रभावित ग्रामीणों को GIMS की तरफ से आवश्यक परामर्श और उपचार प्रदान किया जाएगा।मेगा हेल्थ कैंप केवल तत्काल चिकित्सा सहायता तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये ग्रामीण समुदायों में निरंतर स्वास्थ्य और दंत देखभाल की नींव रखने का प्रयास है। स्वास्थ्य हर व्यक्ति का मूल अधिकार है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में जागरूकता की कमी और संसाधनों के अभाव के कारण ये उपेक्षित रह जाता है। और इसी को ध्यान में रखते हुए एनपीसीएल ने GIMS के साथ मिलकर इस पहल की शुरूआत की है। एनपीसीएल का ये प्रयास उसकी उस प्रतिबद्धता को दोहराता है, जिसके अंतर्गत कंपनी स्वस्थ, जागरूक और सशक्त ग्रामीण समाज के निर्माण में अपना योगदान देने के लिए प्रयासरत है।