धनोरी गांव में शहीद आनंद कुमार शर्मा का पार्थिव शरीर पहुंचते ही बिलख पड़े स्वजन,बादल फटने के कारण शहीद हुए आंनद कुमार शर्मा
धनोरी गांव में शहीद आनंद कुमार शर्मा का पार्थिव शरीर पहुंचते ही बिलख पड़े स्वजन,बादल फटने के कारण शहीद हुए आंनद कुमार शर्मा
ग्रेटर नोएडा । जम्मू कश्मीर के चशोती गांव में मचैल माता मंदिर के नजदीक बृहस्पतिवार को बादल फटने के कारण शहीद हुए आंनद कुमार शर्मा ( 48 वर्ष ) का पार्थिव शरीर शुक्रवार शाम पैतृक गांव धनोरी खुर्द में पहुंचा। शव पहुंचते ही उनकी पत्नी, बच्चे, माता पिता और भाइयों समेत गांव के लोग विलाप करने लगे। इसके बाद शव का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बृजेश कुमार शर्मा ने बताया कि उनके पिता गोपीचंद शर्मा किसान हैं। वह चार भाई थे जिनमें सबसे बड़े भाई आंनद कुमार शर्मा वर्ष 2002 में सीआईएसएफ ( केंद्रीय औधोगिक सुरक्षा बल ) में भर्ती हुए थे। वह पत्नी और बच्चों व अपने भाई भूपेंद्र शर्मा के साथ ग्रेटर नोएडा में परीचौक के पास रहते थे। उनकी तैनाती उड़ीसा में थी और विगत करीब 15 दिन पहले ही उन्हें जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ के मचैल माता मंदिर जाने वाले रास्ते के चशोती गांव में तैनात किया गया था। बृहस्पतिवार की दोपहर अचानक बदल फटने के कारण वहां भयानक हादसा हुआ। हादसे के समय मचैल माता यात्रा के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे । जिसमें लोगों की सुरक्षा करते समय आंनद कुमार शर्मा शहीद हो गये। पीड़ित स्वजन को सूचना मिलने के बाद शोक की लहर दौड़ गई। शुक्रवार की शाम उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव धनोरी खुर्द में पहुंचा। शव को लिपटकर पिता गोपीचंद, मां श्रीमती देवी, पत्नी व बड़ी बेटी श्वेता शर्मा, बड़ा बेटा शिवम शर्मा और छोटा बेटा यश शर्मा समेत अन्य स्वजन फूट फूटकर रोने लगे। वहीं अंतिम दर्शन के लिए गांव समेत आसपास गांव के हजारों लोग पहुंचे। इनके अलावा दनकौर कोतवाली प्रभारी मुनेंद्र सिंह, जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह,सुनील भाटी,योगेन्द्र भाटी भी अंतिम दर्शन में शामिल हुए और पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। वहीं सीआईएसएफ के जवानों द्वारा भी परेड कर सलामी दी गई। शाम करीब सात बजे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उनकी अमरता के नारे भी लागये गये। ग्रामीणों, रिश्तेदारों व परिचितों द्वारा शहीद के परिवार का ढांढस बंधाया गया।