ग्रेटर नोएडा में निजी अस्पतालों के बजाय सरकारी अस्पताल को प्लाट आवंटित करने की माँग उठी,एक्टिव सिटीजन टीम ने विधायक धीरेंद्र सिंह को दिया ज्ञापन
ग्रेटर नोएडा में निजी अस्पतालों के बजाय सरकारी अस्पताल को प्लाट आवंटित करने की माँग उठी,एक्टिव सिटीजन टीम ने विधायक धीरेंद्र सिंह को दिया ज्ञापन
ग्रेटर नोएडा ।गौतमबुद्धनगर में सरकारी एवं निजी अस्पतालों के अनुपात में भारी अंतर है जिसमे सरकारी अस्पतालों की संख्या निजी के साक्षेप बहुत कम है। इस कमी की वजह से समाज का एक बड़ा हिस्सा निजी अस्पतालों के भारी भरकम खर्च को करने को वहन करने की स्थिति में नहीं है। ऐसी परिस्थिति में उनके पास इलाज का कोई मार्ग नहीं बचता। इस दर्द और कष्ट को आम आदमी झेल रहा है इसी सिलसिले में एक्टिव सिटीजन टीम ने जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा निजी अस्पतालों के लिए प्लॉट स्कीम को सरकारी अस्पताल में परिवर्तित करने के लिए ज्ञापन दिया। ज्ञापन देने वालों में आलोक सिंह, हरेन्द्र भाटी, अंजू पुंडीर , ममता शर्मा, रमेश चंदानी, आशीष शर्मा ,अनिल कसाना, सुभाकर , विनोद सिंह शामिल रहे
इसी सन्दर्भ में प्रतिनिधिमंडल ने कहा की ग्रेटर नॉएडा प्राधिकरण ने निजी अस्पतालों के लिए 4 प्लाटों की स्कीम बिडिंग के आधार पर निकाली है।बोली / बिडिंग पर लेने के बाद निश्चित रूप से प्लाट कई गुना ज्यादा कीमत पर निजी संस्थानों द्वारा खरीदे जाएंगे जिसका खामियाज़ा आम जनता को ज्यादा चिकित्सा दरों के रूप में भरना पड़ेगा।वर्तमान में जब निजी अस्पतालों की संख्या सरकारी से कई गुना ज्यादा है तो इन प्लाटों पर सरकारी अस्पताल क्यों नहीं बनाये जाने चाहिए ?प्राधिकरण अगर बेचने के बजाय इन प्लाटों पर स्वयं अस्पताल बनाकर संचालित करने लिए संस्थाओं को दे तो इलाज के खर्च का भार आम जनता पर बहुत कम आएगा ।साथ ही साथ प्राधिकरण के लिए भी ये आर्थिक श्रोत बनेगा जो वापस नागरिकों की बेहतरी में लगाया जा सकेगा। इस मौके पर माँग की गई कि हॉस्पिटल के लिए निजी संस्थाओं के लिए प्लॉटस को बिडिंग से बाहर किया जाय