एक्सरसाइज सुरक्षा चक्र” के अंतर्गत जनपद में भूकंप एवं औद्योगिक आपदा से निपटने हेतु मॉकड्रिल का हुआ सफल आयोजन । एलजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, आयुर्विज्ञान संस्थान ग्रेटर नोएडा सहित अन्य तीन स्थानों पर हुआ मॉकड्रिल
एक्सरसाइज सुरक्षा चक्र” के अंतर्गत जनपद में भूकंप एवं औद्योगिक आपदा से निपटने हेतु मॉकड्रिल का हुआ सफल आयोजन
एलजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, आयुर्विज्ञान संस्थान ग्रेटर नोएडा सहित अन्य तीन स्थानों पर हुआ मॉकड्रिल
भूकंप एवं औद्योगिक दुर्घटना का कृत्रिम परिदृश्य तैयार कर आपातकालीन सेवाओं का किया गया परीक्षण
जिलाधिकारी ने एलजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ग्रेटर नोएडा में पहुंचकर मॉकड्रिल का किया निरीक्षण
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान वहां उपस्थित स्कूली बच्चों से भी किया संवाद
गौतमबुद्धनगर। “एक्सरसाइज सुरक्षा चक्र” के तहत आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखने एवं आम जनमानस को आपदाओं के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मेधा रूपम के निर्देशों के क्रम में एवं अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार के नेतृत्व में भूकंप एवं औद्योगिक आपदा से बचाव हेतु मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। मॉकड्रिल का मुख्य आयोजन एलजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, ग्रेटर नोएडा व आयुर्विज्ञान संस्थान (GIMS), ग्रेटर नोएडा सहित सावित्रीबाई फुले बालिका इंटर कॉलेज ग्रेटर नोएडा, एडब्ल्यूएचओ टाउनशिप गुरजिंदर विहार ग्रेटर नोएडा, विकास भवन सूरजपुर ग्रेटर नोएडा में एक-एक इंसिडेंट कमांडर की अगुवाई में मॉकड्रिल आयोजित की गई, जिसमें भूकंप एवं औद्योगिक दुर्घटना का कृत्रिम परिदृश्य तैयार कर आपातकालीन सेवाओं का परीक्षण किया गया।
जिलाधिकारी मेधा रूपम ने एलजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ग्रेटर नोएडा परिसर में पहुंचकर आयोजित भूकंप एवं औद्योगिक आपदा प्रबंधन मॉकड्रिल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आपदा की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया, सुरक्षा उपायों और बचाव कार्यों की तैयारियों की समीक्षा की।जिलाधिकारी ने उपस्थित प्रशासनिक अधिकारियों, कंपनी प्रबंधन और सुरक्षा कर्मियों से मॉकड्रिल की प्रक्रियाओं और अभ्यास के निष्कर्षों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिये कि आपदा की किसी भी स्थिति में सभी विभागों की समन्वित कार्रवाई सुनिश्चित होनी चाहिए।निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने वहां मौजूद स्कूली बच्चों से संवाद भी किया।
उन्होंने बच्चों से भूकंप के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में सवाल पूछे और उनके उत्तरों की सराहना की। इसके साथ ही उन्होंने विद्यालय में मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं — जैसे शौचालय, पीने का पानी, साफ-सफाई, फर्नीचर आदि के बारे में जानकारी ली, जोकि संतोषजनक मिली।जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य इस प्रकार की मॉकड्रिल के माध्यम से जनमानस को आपदा के समय आत्म-सुरक्षा हेतु प्रशिक्षित तथा जागरूक करना है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में जान-माल की हानि को कम किया जा सके।इस मॉकड्रिल में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) तथा अग्निशमन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, परिवहन व स्थानीय प्रशासन समेत विभिन्न विभागों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। घटनास्थल पर मॉक रेस्क्यू ऑपरेशन, घायलों को प्राथमिक उपचार, फायर कंट्रोल, इवैक्युएशन जैसे विभिन्न उपायों का अभ्यास किया गया।जिलाधिकारी ने सभी प्रतिभागी विभागों की तत्परता और समन्वय की सराहना की एवं कहा कि इस तरह की मॉकड्रिल न केवल आपदा प्रबंधन की तैयारियों को सशक्त बनाती हैं, बल्कि आमजन को भी जागरूक करने का सशक्त माध्यम हैं।