बेहतर शिक्षा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोट का सदुपयोग करें, क्योंकि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकसित भारत 2047 के संकल्प को आपके माध्यम से करना चाहते हैं साकार। धीरेन्द्र सिंह
बेहतर शिक्षा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोट का सदुपयोग करें, क्योंकि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकसित भारत 2047 के संकल्प को आपके माध्यम से करना चाहते हैं साकार। धीरेन्द्र सिंह
ग्रेटर नोएडा।दिनांक 07 अप्रैल 2025 को दनकौर स्थित गलगोटिया यूनिवर्सिटी में आयोजित उत्तर प्रदेश में अध्यनरत युवाओं की तकनीकी सशक्तिकरण हेतु टैबलेट एवं स्मार्टफोन वितरण योजना 2024-25 कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें जेवर के विधायक धीरेन्द्र सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस मौके पर जेवर के विधायक धीरेन्द्र सिंह और गलगोटिया यूनिवर्सिटी के सीईओ डॉ ध्रुव गलगोटिया ने लगभग 350 छात्रों को टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित किए। जेवर के विधायक धीरेन्द्र सिंह ने कहा कि “देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विकसित भारत 2047 के संकल्प को आपके माध्यम से साकार करना चाहते हैं। हमारे देश की संस्कृति हमेशा उत्कृष्ट रही है। प्राचीन काल में, भारत शिक्षा का गौरव केंद्र था। नालंदा और तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालय शिक्षा के केंद्र थे, जहां दर्शन, चिकित्सा, अंकगणित आदि विषयों में शिक्षा प्राप्त करने के लिए दुनिया के विभिन्न हिस्सों से हजारों किलोमीटर की यात्रा कर छात्र आते थे।”जेवर के विधायक धीरेन्द्र सिंह ने उपस्थित छात्रों से संवाद करते हुए कहा कि “शिक्षा के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का तेजी से प्रयोग बढ़ रहा है।
ऑनलाइन पढ़ने वाले विद्यार्थियों के पढ़ाई करने के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए वैज्ञानिकों ने एक नया रोबोट डिजाइन किया है। यह रोबोट ऑनलाइन पढ़ाई करने वाले छात्रों को शिक्षक व कक्षाओं में बैठे छात्रों से ज्यादा जुड़ने और समझने में मदद करेंगे।”जेवर के विधायक धीरेन्द्र सिंह ने अंत में कहा कि “देश के असंख्य बलिदानियों ने अपनी इस मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी।
उनका सपना भी यही था कि हमारा मुल्क सोने की चिड़िया बनेगा तथा भारत दुनिया का सबसे ताकतवर मुल्क होगा और यहां सर्वत्र खुशहाली होगी। देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले उन बलिदानियों के सपनों को साकार करने के लिए आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दृढ़ संकल्पित हैं।”कार्यक्रम का संचालन गलगोटिया यूनिवर्सिटी के रजिस्टर नितिन कुमार ने किया।