IEA अध्यक्ष अमित उपाध्याय ने दिया अपने पद से इस्तीफा, उनके कार्यकाल को लेकर क्या बोले सदस्य
IEA अध्यक्ष अमित उपाध्याय ने दिया अपने पद से इस्तीफा, उनके कार्यकाल को लेकर क्या बोले सदस्य
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा शहर में औद्योगिक क्षेत्र और उद्यमियों के हित में काम करने वाली संस्था इंडस्ट्रियल एंटरप्रेन्योर्स एसोसिएशन (IEA) के अध्यक्ष अमित उपाध्याय ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि अमित उपाध्याय पहले फरवरी 2023 मे कार्यकारी अध्यक्ष बने थे और उसके बाद जुलाई 2023 मे इलेक्शन हुआ था जिसमें उनको निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया था। हमने IEA मेंबर्स और अमित उपाध्याय के अध्यक्ष बनने से लेकर इस्तीफा देने तक कार्यकाल पर बातचीत की है।इस बारे में IEA सदस्य खुशबू सिंह ने बताया कि अमित उपाध्याय शानदार अध्यक्ष थे। क्योंकि अमित उपाध्याय सभी सदस्यों से व्यक्तिगत रूप से जुड़े हुए हैं थे। वह हर मेंबर की समस्या को तुरंत संज्ञान में लेते थे और उसका समाधान करते थे। चाहे सुबह के 6:00 हो या रात के 12:00 बजे वह मेंबर की समस्या के समाधान के लिए हमेशा आगे रहते थे।
अपना अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा कि एकबार मैं विदेश में थी और मेरी कंपनी में कुछ समस्या आई, मुझे तब पहला ख्याल अमित उपाध्याय का आया मैंने उनको अपनी समस्या बताई और वह तुरंत मेरी फैक्ट्री पहुंचे और मेरी समस्या का समाधान कराया। वह औद्योगिक क्षेत्र के में आने वाले सभी समस्याओं पर विशेष रूप से ध्यान देते थे, चाहे हम सफाई की बात करें या स्ट्रीट लाइट की बात करें सभी की व्यवस्था वह दुरस्त रखते थे। मैं 3 साल से IEA की मेंबर हूं। आगे कहा कि महासचिव संजीव वर्मा और कोषाध्यक्ष विशाल गोयल भी अपनी जिम्मेदारियां बखूबी निभाते हैं। IEA मेंबर प्रकाश गुप्ता ने कहा कि अमित उपाध्याय जैसा लीडर मिलना बहुत मुश्किल है। उन्होंने संस्था के लिए बहुत कुछ किया है साथ ही हर एक मेंबर के लिए। वह सभी मेंबर का ध्यान रखते थे,उनकी समस्या के लिए हमेशा आगे आते थे और उसका समाधान करते थे। और उनका जो कार्यकाल रहा है अध्यक्ष पद का वह काफी अच्छा रहा है।आईईए मेंबर राजेश खन्ना ने कहा कि अमित उपाध्याय का अध्यक्ष के दौरान कार्यकाल बहुत ही अच्छा और बढ़िया रहा है, उन्होंने सभी मेंबर की समस्याओं को व्यक्तिगत रूप से सुना है और उसका समाधान कराया। मेरी भी मेरी भी दो-चार समस्या थी, जिनका समाधान उन्होंने व्यक्तिगत रूप से कराए हैं। चाहे रात के 10:00 बजे हो या 12:00 हो वह समस्या समाधान होने तक साथ बने रहते थे। उम्मीद करते हैं कि जो वो संस्था के नए अध्यक्ष होंगे वह कि इसी तरह से सभी मेंबर के साथ जुड़ाव रखेंगे और उनकी समस्या का समाधान करवाएंगे।