GautambudhnagarGreater noida news

एनपीसीएल की अनोखी पहल,10 गांवों में माहवारी स्वच्छता अभियान की शुरूआत, गांवों और स्कूलों में बांटे जाएंगे 1 लाख 20 हजार सेनेटरी पैड, 8000 महिलाओं को फायदा

एनपीसीएल की अनोखी पहल,10 गांवों में माहवारी स्वच्छता अभियान की शुरूआत, गांवों और स्कूलों में बांटे जाएंगे 1 लाख 20 हजार सेनेटरी पैड, 8000 महिलाओं को फायदा

शफी मौहम्मद सैफी

ग्रेटर नोएडा।नोएडा पावर कंपनी लिमिटेड की ओर से सीएसआर के तहत ग्रेटर नोएडा के 10 गांवों और वहां के सरकारी स्कूलों में स्वास्थ्य एवं मासिक धर्म स्वचछ्ता को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। ‘प्रोजेक्ट संकल्प’ के तहत सरकारी स्कूल की छात्राओं और ग्रामीण महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य विशेष रूप से माहवारी के दौरान स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।एनजीओ संवेदना डेवलपमेंट सोसायटी के साथ मिलकर चलाए जा रहे इस कार्यक्रम में एनपीसीएल की ओर से सरकारी स्कूलों की छात्राओं और ग्रामीण महिलाओं को मुफ्त सेनेटरी पैड बांटे जा रहे हैं। इसके साथ ही सभी को इस्तेमाल किए गए पैड के प्रबंधन और उनके पर्यावरणीय निपटान को लेकर भी जागरूक किया जा रहा है।एनपीसीएल ने इस अभियान के तहत ग्रेटर नोएडा के 10 प्रमुख गांवों और वहां के सरकारी स्कूलों का चुनाव किया है जिसमें बिरौंडा, सिरसा, लड़पुरा, खानपुर, घंघोला, मुर्शदपुर, मोमनाथल, नवादा, बिरौंडी, और अमरपुर गांव और वहां के सरकारी स्कूल शामिल हैं। एनपीसीएल की ओर से चलाए जा रहे इस अभियान के तहत करीब 1 लाख 20 हजार सेनेटरी पैड का मुफ्त वितरण किया जाएगा और इससे करीब 8000 ग्रामीण महिलाओं और स्कूली छात्राओं को लाभ होगा। एनपीसीएल ने इस पहल की शुरूआत पिछले वित्तीय वर्ष में 7 गांवों से की थी जिसका 5000 से अधिक ग्रामीण महिलाओं और छात्राओं ने लाभ उठाया था।
एनपीसीएल की इस पहल का शुभारंभ मंगलवार को कंपोजिट स्कूल, घंघोला, ग्रेटर नोएडा से हुआ। इस मौके पर एनपीसीएल की सीएसआर हेड मेघना डोसी, संवेदना डेवलपमेंट सोसायटी के डायरेक्टर अनुरोध सक्सेना और घंघोला विद्यालय के प्रिसिंपल चमन लाल भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान एक एनिमेटेड वीडियो का भी अनावरण किया गया, इस वीडियो के जरिए छात्राओं और ग्रामीण महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान सेनेटरी पैड के इस्तेमाल और स्वास्थ्य और स्वच्छता को लेकर जागरूक बनाया जाएगा।

Related Articles

Back to top button