ऑनलाइन गेम, ऑनलाइन जुआ, बढ़ते अवैध संबंध आदि सामाजिक बुराइयों के खिलाफ दादरी से उठी आवाज
ऑनलाइन गेम, ऑनलाइन जुआ, बढ़ते अवैध संबंध आदि सामाजिक बुराइयों के खिलाफ दादरी से उठी आवाज
शफी मोहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा: दादरी में मोहल्ला मेवातीयान में अल्पसंख्यक समुदाय के व्यक्तियों ने एक बैठक आयोजित कर कई सामाजिक बुराइयों पर चर्चा की गई। फकरुद्दीन कोटिया ने कहा कि पिछले कुछ समय से दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में एक बड़ी खराबी देखने को मिल रही है कि कभी भी अचानक खबर आती है कि फलां की बेटी फलां के बेटे के साथ चली गई है, फलां की बहु फलां के साथ चली (भाग गई) गई है, ऐसे मामलों में लड़के लड़की महिला आदमी दोनों की गलती होती है, सैकड़ों घर परिवार तबाह बर्बाद हो गए हैं, किसी भी तरह के अवैध संबंधों को प्रेम प्रसंग का नाम देकर खराबी पैदा की जा रही है, यह सब पश्चिमी सभ्यता है और हमारे देश की संस्कृति से कोई लेना देना नहीं है, सर्व समाज के अधिकतर गणमान्य व्यक्ति ऐसे गंभीर मसले पर चुप है। कोई भी सभ्य समाज, किसी भी बिरादर का कोई सामाजिक व्यक्ति इस तरह की बुराई के साथ नही है लेकिन विरोध भी दर्ज नहीं करा रहा है तो ऐसे असमाजिक कृत्य को बढ़ावा मिल रहा है। युवा समाजसेवी नेता नईम मेवाती ने कहा कि किसी भी लड़के लड़की, महिला आदमी के चले जाने (भाग जाने) के बाद पुलिस प्रशासन में शिकायत दर्ज कराई जाती है और पुलिस प्रशासन की ऊर्जा जो क्राइम के खिलाफ लगनी चाहिए वो लड़का लड़की को तलाश करने में लगती है। सर्व समाज की सरदारी को आगे आकर इस बड़ी बुराई को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाने का काम करे ताकि तेजी से बढ़ती यह बुराई रुके। आज यह असामाजिक कृत्य झोपड़ी से लेकर महलों तक पहुंच चुका है। मध्य प्रदेश में एक राजघराने की बहु ने अपने कुक के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की, अवैध संबंधों के चलते अमरोहा के बावनखेड़ी में एक लड़की ने अपने परिवार के सात सदस्यों को धारदार हथियार से काटकर मारने का काम किया था। हम इसके लिए सिर्फ मोबाइल फोन, सोशल मीडिया, इंटरनेट, रील वीडियो और पहनावे आदि को दोषी नहीं बता रहे हैं बल्कि यह कह रहे हैं कि अपने बुजुर्गो की नीति को अपनाने की जरूरत है। बच्चो के बालिग होने पर ब्याह शादी निकाह की जिम्मेदारी सादगी से निभाएं, फिजूलखर्ची से बचे, घर के हर एक सदस्य पर मोबाइल फोन की कोई जरूरत नहीं होती है यह तो रोजगार कारोबार, एक दूसरे की राजी खुशी जानने के लिए बनाया गया उपकरण था और अपने घर तक सिर्फ और सिर्फ भरोसेमंद लोगों की आवाजाही होनी चाहिए और वो भी सिर्फ बैठक तक। इकलाख अब्बासी ने कहा कि यह मसले बहुत बड़ी संख्या में बढ़े हैं और इसकी रोकथाम के लिए यह अच्छी पहल की गई है और इस मसले के साथ साथ आजकल की युवा पीढ़ी में ऑनलाइन गेम, ऑनलाइन जुए की लत बहुत तेजी से बढ़ी है, कर्ज लेकर भी जुआ खेल रहे हैं और बहुत कम उम्र के नौजवानों पर बीस बीस लाख रूपए के कर्ज के मामले सुनने में आ रहे हैं जो कि बहुत ही चिंताजनक स्थिति है। इस दौरान मास्टर मोबिन मेवाती, नयीम बैट्री सभासद पति, हाजी गुल मोहम्मद आढ़ती, मास्टर बेताब मेवाती, निजाम मेवाती, रिहान मेवाती, नासिर मेवाती, आजाद मेवाती, सोनू खान, फिरोज मेवाती, जावेद सिद्दीकी, राशिद सैफी आदि उपस्थित रहे।