ग्रेनो के रहने वाले छात्र ने केपटाउन में लहराया परचम,दक्षिण एशिया में चुना गया ग्लोबल स्टूडेंट उद्यमियों के लिए राजदूत के रूप में।
ग्रेनो के रहने वाले छात्र ने केपटाउन में लहराया परचम,दक्षिण एशिया में चुना गया ग्लोबल स्टूडेंट उद्यमियों के लिए राजदूत के रूप में।
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा। ग्रेनो के रहने वाले छात्र ने केपटाउन दक्षिण अफ्रीका में ग्लोबल स्टूडेंट एंटरप्रेन्योर अवार्ड्स (जीएसईए) की प्रमुख वैश्विक प्रतियोगिता में दूसरा स्थान पाकर शहर का नाम रोशन किया। 25 हजार यूएस डॉलर की पुरस्कार राशि भी दी गई साथ में दक्षिण एशिया ग्लोबल स्टूडेंट (जीएसईए) उद्यमियों के लिए राजदूत के रूप में चुना गया है।
शारदा अस्पताल के न्यूरो सर्जन डॉ रविंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि मेरा बेटा निष्कर्ष श्रीवास्तव लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में मैनेजमेंट और कम्प्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रहे है। जीएसईए वैश्विक छात्र उद्यमी पुरस्कार प्रतियोगिता है। इसमें दुनिया भर से 1500 से अधिक उद्यमियों की भाग लिया। प्रतियोगिता नोएडा में क्षेत्रीय दौर से शुरू हुई जहां उन्होंने अपनी कंपनी फाइंडर का प्रतिनिधित्व किया। फाइंडर एक एआई खोज सहायक है जो जीमेल, गूगल ड्राइव और अन्य कार्य टूल जैसे ऐप्स का उपयोग करके काम के सवालों के जवाब देता है। क्षेत्रीय प्रतिस्पर्धा के बाद, मुझे राष्ट्रीय स्तर पर कंपनी का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया। प्रतियोगिता के इस चरण में पूरे भारत से कई टीमें एक साथ आईं। इन सभी प्रतिभागियों में से केवल तीन, जिनमें वो भी शामिल था, सेमीफाइनलिस्ट के रूप में आगे बढ़े। सेमीफाइनलिस्ट के रूप में, मैं केप टाउन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए छह अलग-अलग क्षेत्रों और 20 से अधिक देशों के प्रतियोगी में शामिल हुए। सेमीफाइनल जीता और हमारे देश और पूरे दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के लिए फाइनलिस्ट के रूप में चुना गया।छात्र निष्कर्ष श्रीवास्तव ने कहा कि अपनी पूरी यात्रा के दौरान मुझे अपने माता-पिता, डॉ रवींद्र श्रीवास्तव और डॉ रुचि श्रीवास्तव जो शारदा अस्पताल में तैनात है उनसे अपनी उद्यमशीलता यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मुझे ऐसे माता-पिता मिले जो मेरी खुद की कंपनी शुरू करने का मतलब समझते हैं। उन्होंने मुझे छोटी उम्र से ही स्कूल और कॉलेज की गतिविधियों में भाग लेने के लिए समर्थन दिया, जिससे उद्यमिता को एक मार्ग के रूप में आगे बढ़ाने में मदद मिली। मैंने अपने माता-पिता को देखकर कड़ी मेहनत और समर्पण के मूल्यों के बारे में सीखा है।