ग्रेटर नोएडा के अस्तौली गांव के 35 युवाओं ने रचा इतिहास, बिना कोचिंग करे ग्राम पाठशाला में पढ़कर यूपी पुलिस की लिखित परीक्षा में पाई सफलता
ग्रेटर नोएडा के अस्तौली गांव के 35 युवाओं ने रचा इतिहास, बिना कोचिंग करे ग्राम पाठशाला में पढ़कर यूपी पुलिस की लिखित परीक्षा में पाई सफलता
शफी मौहम्मद सैफी
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के दनकौर ब्लॉक स्थित अस्तौली गांव के 35 युवाओं ने अपनी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के बल पर यूपी पुलिस की लिखित परीक्षा में सफलता प्राप्त कर इतिहास रच दिया है। खास बात यह है कि इन युवाओं ने बिना किसी कोचिंग या महंगे संसाधनों के इस परीक्षा में सफलता पाई है।इस सफलता का श्रेय गांव में संचालित निशुल्क पुस्तकालय और ग्राम पाठशाला को जाता है। पुस्तकालय में यूपी पुलिस की परीक्षा सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सभी जरूरी किताबें उपलब्ध कराई गई थीं।
गांव के ही निवासी और शिक्षा के क्षेत्र में बड़ानाम अंकित भाटी ने छात्रों को कठिन विषयों को समझने में मदद की और उन्हें सफलता की ओर अग्रसर किया।इस परीक्षा में गांव की बेटियों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। 35 सफल उम्मीदवारों में सात लड़कियां शामिल हैं, कविता, शीतल, मनीषा, शीला, भावना, मोनी और मानवी। उनकी इस सफलता ने न केवल गांव की अन्य लड़कियों को प्रेरित किया, बल्कि उनके परिवारों को भी बेटियों को पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षाओं में आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया।सफल छात्रों में बिल्लू, मनीष, आकाश, कविता, कुलवंत, अरविंद, संध्या, रिंकू, सौरभ, बबली, गौरव, भूपेंद्र, मनीषा, हिमांशु, मोहित, राहुल और अन्य शामिल हैं।
उनकी मेहनत और लगन ने साबित कर दिया कि सामूहिक प्रयास और उचित मार्गदर्शन से किसी भी कठिनाई को पार किया जा सकता है।
इस बारे में गांव से जुड़ी ग्राम पाठशाला की संस्थापक सदस्या नीलम भाटी कहती हैं कि अस्तौली गांव के इन युवाओं ने दिखा दिया है कि यदि सही दिशा और दृढ़ निश्चय हो, तो सीमित संसाधनों के बावजूद भी बड़ी से बड़ी सफलता प्राप्त की जा सकती है। उनकी यह उपलब्धि पूरे गांव के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है।
शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा नाम अंकित भाटी ने चयनित छात्रों को बधाई देते हुए कहा, “यह पूरे गांव के लिए गर्व का पल है। इन छात्रों ने यह साबित कर दिया है कि लगन और मेहनत से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है।” गांव के ही निवासी और शिक्षा से जुड़े नमित भाटी कहते हैं कि
गांव में इस उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए एक सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें चयनित छात्रों को सम्मानित किया जाएगा।यूपी पुलिस में इतने बड़े पैमाने पर चयन से गांव के अन्य युवाओं को भी प्रेरणा मिलेगी। यह सफलता यह साबित करती है कि छोटे गांवों के युवा भी बड़े सपने देख सकते हैं और उन्हें साकार कर सकते हैं।