एक्टिव सिटीजन टीम ने उठाई समाजहित में बड़ी मांग,प्रस्तावित प्लाट आवंटन स्कीम से निजी अस्पतालों के बजाय सरकारी अस्पताल बनाने के लिए दिया ज्ञापन
एक्टिव सिटीजन टीम ने उठाई समाजहित में बड़ी मांग,प्रस्तावित प्लाट आवंटन स्कीम से निजी अस्पतालों के बजाय सरकारी अस्पताल बनाने के लिए दिया ज्ञापन
ग्रेटर नोएडा ।गौतमबुद्धनगर में सरकारी एवं निजी अस्पतालों के अनुपात में भारी अंतर है जिसमे सरकारी अस्पतालों की संख्या निजी के साक्षेप बहुत कम है।इस बारे में सरदार मंजीत सिंह का कहना है कि इस कमी की वजह से समाज का एक बड़ा हिस्सा निजी अस्पतालों के भारी भरकम खर्च को करने को वहन करने की स्थिति में नहीं है। ऐसी परिस्थिति में उनके पास इलाज का कोई मार्ग नहीं बचता। इस दर्द और कष्ट को आम आदमी झेल रहा है
आलोक सिंह ने कहा कि ग्रेटर नॉएडा प्राधिकरण ने निजी अस्पतालों के लिए 4 प्लाटों की स्कीम बिडिंग के आधार पर निकाली है।बोली / बिडिंग पर लेने के बाद निश्चित रूप से प्लाट कई गुना ज्यादा कीमत पर निजी संस्थानों द्वारा खरीदे जाएंगे जिसका खामियाज़ा आम जनता को ज्यादा चिकित्सा दरों के रूप में भरना पड़ेगा। हरेंद्र भाटी ने कहा कि वर्त्तमान में जब निजी अस्पतालों की संख्या सरकारी से कई गुना ज्यादा है तो इन प्लाटों पर सरकारी अस्पताल क्यों नहीं बनाये जाने चाहिए ? साधना सिन्हा ने कहा कि प्राधिकरण अगर बेचने के बजाय इन प्लाटों पर स्वयं अस्पताल बनाकर संचालित करने लिए संस्थाओं को दे तो इलाज के खर्च का भार आम जनता पर बहुत कम आएगा ।साथ ही साथ प्राधिकरण के लिए भी ये आर्थिक श्रोत बनेगा जो वापस नागरिकों की बेहतरी में लगाया जा सकेगा। ज्ञापन देने वालों में मंजीत सिंह, साधना सिन्हा, हरेंद्र भाटी, आलोक सिंह , अनिल कसाना, रमेश प्रेमचंदानी, आशीष शर्मा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।